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हे भगवान नित्यानंद,
‘आज का दिन’ मेरे लिए आपका आशीर्वाद है, और मैं आपसे प्रार्थना करके अपने दिन की शुरुआत करता हूं।यह शरीर जो आपके द्वारा अनुग्रहित है वह आपके आशीर्वाद से लंबे जीवन , स्वास्थ्य और बुद्धि को प्राप्त करें । हे भगवान नित्यानंद केवल अच्छे विचार को मेरे मन में आने दे तथा मेरे मुंह से केवल अच्छे शब्द निकलने दे। मेरी आँखों को आपको पहचानने की शक्ति दें कि आप हर जगह और हर किसी में है। मेरे कान केवल अच्छी बातें सुनें। इस शरीर से, जो आपका आशीर्वाद है, केवल अच्छे कर्म करवाएं, और मुझे आपके तत्त्व के अनुसार जीने की शक्ति प्रदान करो। मुझे उन चीजों को बदलने की ताकत दें जो मैं नहीं बदल सकता। मेरे मन में कोई बुरा विचार न आये, मुझे बुरे लोगों से दूर रहने की शक्ति दे, और मुझे अच्छे लोगों के संग करने का आशीर्वाद दें। दुख के समय सिकुड़ न जाएं, सुख के समय फूल ना जाएं, जो जैसा है और जो जैसा आएगा उसको वैसे ही स्वीकार करने की सहनशीलता दें!
नित्यानंद, आप मेरे पिता, माता, बंधु, गुरुदेव, मित्र, रक्षक और सब कुछ हैं। आपके कृपा आशीर्वाद के माध्यम से ऐसा हो कि दुर्जन सज्जन हो जायें और सदाचारी सुख, शांति और सांत्वना को प्राप्त करें। गुरुदेव, जो आपने इस प्रकृति में गुरुशक्ति को भरा है, उसे पहचानने की शक्ति प्रदान करें ।हम सभी को आशीर्वाद दें कि गुरुशक्ति हमे सद्गुणों की राह पर चलाये, और आप हम सभी पर अपनी कृपा बनाए रखें। हमारे हाथों को पकड़ के साधना मार्ग पर चलाएं जिससे हम आपको प्राप्त कर सकें। सब कुछ आप हो, सब कुछ आपसे है, और सब कुछ आपके लिए है।
🙏 नमो नित्यानंदाय 🙏
शुद्ध भावना, निर्मल मन, और निश्चल मन के द्वारा ही भगवान के कृपाशीर्वाद को प्राप्त किया जा सकता है । आडंबरपूर्ण दिखावा और योग यज्ञ अनावश्यक है।
–भगवान श्री नित्यानंद